पाटन कलेक्टर श्री जे.बी.वोरा और अन्य
अधिकारी गणकी मदद से पाटन जिल्ले के समी ब्लोक के जेसडा गाँवमें रेहेते ८ बांसफोड़ा
परिवारो को २७ नवेम्बर २०१३ को रेहेने केलिए प्लोट दिए गये.
यह परिवार बांस में से टोकरी बनाके बेचने
का काम करते है. आज से तिन साल पहेले जब ये परिवार vssm के संपर्क में आये तब इन के
पास मतदारकार्ड, रेशनकार्ड ऐसे कोई आधार नहीं थे. वो साल में पांच महिना जेसडा में
आके रुकते थे और बाकी का समय वो अपने काम केलिए घूमा करते थे. इनके school जा सके
इस उम्र के 9 बच्चेभी माँ- बाप के साथ टोकरिया बेचने घुमते थे.
तीन साल में इन परिवारों को vssm की मदद
से मतदारकार्ड, रेशनकार्ड, आधारकार्ड, रहने केलिए प्लोट मिले. अब बच्चे school भी
जाने लगे है. एक भी परिवार बच्चो को साथ लेके काम पे नहीं जाता. इस सेटलमेंट के
मुखिया भगाभाई सरकार और vssm का आभार मानते है. वो केहेते है की, “सरकारमे जाके
अपनी समस्या के बारे में बताना, अरजिया करना ऐसा कुछ आता नहीं था. हम में से कोई
पढ़ा लिखा नहीं है. गाँव मे जाके सरपंच से बात करना तो बहोत दूर की बात थी. पर vssm
के कार्यकर मोहनभाई और पूरी टीम की मदद से एक होंसला बनता गया, जिसके कारन ये सब
हो पाया. हमारी पीढ़ीया ऐसे घुमते घुमते मर गइ. खुद की पहेचन के आधार और घर तो सपने
जैसा था पर अब ये साकार होगा. जिस केलिए हम इस काम मे मददगार हुए सब लोगोका आभार
मानते है.”
इन परिवारों को प्लोट तो मिल गये पर घर
बनाने केलिए इनके पास पैसे नहीं है. सरकार द्वारा दी जारही मकान सहाय प्राप्त करने
केलिए इन के नाम BPL में होने जरुरी है.. पर इनके नाम BPL में नहीं है! वैसे ऐ लोग
जिस स्थिति मे रहते है उनको BPL list में दाखिल करना चाहिए पर ऐसा हुआ नहीं है..
vssm अब इन परिवारों के नाम BPL में
दाखिल करवाने की कोशिश में है...
ये परिवार जिस स्थितिमे रहेते है इस की तस्वीरे...